होली के अवसर पर हार्दिक शुभ कामनाएं |
(१)
फूल क्या जिसने
ओस से प्यार न किया हो
फूल क्या जिसने
ओस से प्यार न किया हो
भावों में बह कर उसे
बाहों में न लिया हो |
(२)
टपकती ओस
ठिठुरन भरी सुबह की धुप
देखे बिना चैन नहींआता
ओस में नहाया पुष्प
अनुपम नजर आता |
(३)
टपकती ओस
ठिठुरन भरी सुबह की धुप
देखे बिना चैन नहींआता
ओस में नहाया पुष्प
अनुपम नजर आता |
(३)
फूलों की फूलों से बातें
कितनी अच्छी लगती हैं
प्यार भरी ये सौगातें
मन को सच्ची लगती हैं |
कितनी अच्छी लगती हैं
प्यार भरी ये सौगातें
मन को सच्ची लगती हैं |
5 comments:
बहुत सुन्दर और प्रभावी रचना...होली की हार्दिक शुभकामनायें!
होली पर हार्दिक शुभ कामनाएं|
आशा
फूलों से फूंलों की बातें अच्छी लगतीं है---
प्यार भरी सौगात----
थोडे शब्दों में गागर भावों की.
बहुत सुन्दर रचना...होली की हार्दिक शुभकामनायें.....
बहुत सुन्दर रचना...होली की हार्दिक शुभकामनायें.....
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