AAIYE PRATAPGARH KE LIYE KUCHH LIKHEN -skshukl5@gmail.com

Saturday 9 October 2021

उठा पटक बस टांग खींच ले

BHRAMAR KA DARD AUR DARPAN: उठा पटक बस टांग खींच ले: तुमने सोचा उड़ लेता हूं ऊंचे ऊंचे हूं आकाश मेंr ऊंचे उड़ते बहुत जीव हैं सगे संबंधी हूं प्रकाश में ...... नही जानते कुछ ऐसे भी घात लगाए...

2 comments:

Onkar Singh 'Vivek' said...

वाह वाह वाह, सुंदर ब्लॉग

SURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMAR5 said...

बहुत बहुत धन्यवाद मित्र, अपना प्रोत्साहन बनाए रखें। राधे राधे।