उनकी ये जुल्फ- घनेरे बादल हैं
हाथी की सूंड बने
कभी तूफ़ान – कहर ढाते हैं
उनकी मुस्कान – दांत है चपला
बज्र सी चीर – कभी
दिल को —–चली जाती है
उनकी ये चाल हिरनी सी
बड़ी पापिन है
पीछे खींचे ये -खरगोश के जैसी
शेर के मुंह में -
बड़े प्यार से ——-ले जाती है
(फोटो साभार वर्ल्ड्स लांगेस्ट हेयर और /गूगल/नेट से लिया गया )
शुक्ल भ्रमर ५
जल पी बी २८.७.११ – ८.20 -पूर्वाह्न
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