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Tuesday, 31 January 2012

अभागन

अभागन

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पैदा हुयी तो माँ मर गयी ?

बाप लापता --

कूड़े में फेंक दी गयी

किसी ने उठाया



मंदिर की सीढ़ी पे लिटाया

भिखारन ले गयी

नटिनी बनाई

रस्सी पे दौडाई

किसी को उसकी

कला पसंद आई

बेंच दी गयी



सर्कस में आयी

भीड़ बढ़ाई

इनाम पायी

शादी रचाई

अमेरिका आई

पढ़ी -पढाई

उड़ान भरी ----

नाम कमाई देश का

टी. वी. न्यूज में छाई

स्वर्णाक्षरों में

अपना नाम लिखाई

अपने कर्म से

हर जंग जीत के

दिखाई -सिखाई -

भाग्य बनाती हैं -बेटियाँ

खुद का -घर परिवार का

समाज-देश का

भाग्य है !!

उसकी शोध अभी जारी है

कुछ और कर गुजरने की तैयारी है



(सभी फोटो गूगल / नेट से साभार लिया गया )


हिंदुस्तान आई है

खोज रही है

नामोनिशान ----

घर -ठिकाना

अपनी प्यारी माँ -

पूजनीय बाप का

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शुक्ल भ्रमर ५

१.५२-२.२० पूर्वाह्न

२४.११.११ -यच पी



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