tag:blogger.com,1999:blog-2416936712435917704.post3981997039635367598..comments2023-10-24T03:35:55.549-07:00Comments on प्रतापगढ़ साहित्य प्रेमी मंच _ सुरेन्द्र कुमार शुक्ल भ्रमर 5: उपेक्षिताSURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMAR5http://www.blogger.com/profile/11163697127232399998noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-2416936712435917704.post-74923533334383213622012-07-25T12:42:03.657-07:002012-07-25T12:42:03.657-07:00धन्यवाद ये जानकारी देने के लिए आदरणीया आशा जी .......धन्यवाद ये जानकारी देने के लिए आदरणीया आशा जी ....आभार <br />भ्रमर ५SURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMAR5https://www.blogger.com/profile/11163697127232399998noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2416936712435917704.post-58414687076927593372012-07-24T04:35:10.351-07:002012-07-24T04:35:10.351-07:00डिक्शनरी के अनुसार सही शब्द है "प्रतारणा"...डिक्शनरी के अनुसार सही शब्द है "प्रतारणा"भ्रमर जी |<br />आशाAsha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2416936712435917704.post-64655956578475645652012-07-23T17:40:37.858-07:002012-07-23T17:40:37.858-07:00आपलोगों की टिप्पणियाँ लेखन को बल देती हैं |यदि कोई...आपलोगों की टिप्पणियाँ लेखन को बल देती हैं |यदि कोई त्रुटि हो तो उस ओर भी इंगित करें |धन्यवाद ब्लॉग पर आ कर प्रोत्साहित करने के लिए |<br />आशाAsha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2416936712435917704.post-79489612529701933552012-07-23T11:41:54.103-07:002012-07-23T11:41:54.103-07:00आदरणीया आशा जी नारी मन की पीड़ा का अद्भुत वर्णन...आदरणीया आशा जी नारी मन की पीड़ा का अद्भुत वर्णन ..पीड़ा सच में तभी समझ में ही आती है जब उसकी जगह हम अपने को रख अनुभव करते हैं अपने अंतर में झांकते हैं ......भ्रमर ५SURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMAR5https://www.blogger.com/profile/11163697127232399998noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2416936712435917704.post-38788701789087356082012-07-22T06:49:13.759-07:002012-07-22T06:49:13.759-07:00मनोभाव का उम्दा प्रगटीकरण ||मनोभाव का उम्दा प्रगटीकरण ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.com